शादी का दबाव बना कत्ल की वजह: प्रेमी ने सीट बेल्ट से घोंटा गला, सिर काटकर जंगल में फेंका

सहारनपुर। जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाला हत्याकांड सामने आया है। शादी की जिद कर रही प्रेमिका की उसके ही प्रेमी ने बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने पहले कार की सीट बेल्ट से गला घोंटकर महिला की जान ली, फिर पहचान छिपाने के लिए उसका सिर काटकर जंगल में फेंक दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस दिन इस हत्याकांड का खुलासा हुआ, उसी दिन आरोपी की बारात जानी थी। मृतका 30 वर्षीय उमा सहारनपुर की गंगोत्री कॉलोनी की रहने वाली थी।
यह कहानी प्यार की नहीं, उस डर की है जो समाज और बदनामी के नाम पर इंसान को हैवान बना देता है। शादी की जिद कर रही प्रेमिका को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी ने ऐसी खौफनाक साजिश रची, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। जिस दिन आरोपी की बारात निकलनी थी, उसी दिन उसके किए अपराध का पर्दाफाश हो गया। दो साल से प्रेम संबंध में रहे टैक्सी चालक बिलाल और सहारनपुर की उमा कभी साथ जिंदगी बिताने के सपने देख रहे थे। लिव-इन में रहे, खर्च उठाया, साथ घूमे—लेकिन जैसे ही उमा ने रिश्ते को नाम देने की बात कही, बिलाल पीछे हट गया। परिवार ने दूसरी जगह शादी तय कर दी और यहीं से शुरू हुई उस खौफनाक रात की पटकथा। 6 दिसंबर की शाम बिलाल ने उमा को आखिरी बार कार में बैठाया। बहाना था घूमने का, इरादा था हमेशा के लिए खामोश कर देने का। कलेसर के जंगल में सुनसान जगह चुनकर उसने सीट बेल्ट को ही हथियार बना लिया। पल भर में उमा की सांसें थम गईं। इसके बाद पहचान मिटाने के लिए जो किया गया, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया—सिर धड़ से अलग कर दिया गया। धड़ को शहर की नर्सरी में फेंका गया, सिर को अंधेरे जंगल में। सोचा गया कि पहचान नहीं होगी, सच कभी सामने नहीं आएगा। लेकिन किस्मत और तकनीक ने आरोपी का साथ नहीं दिया। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और पुलिस की पड़ताल ने उस राज से पर्दा उठा दिया, जिसे बारात के शोर में दफन करने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस के अनुसार यह कत्ल किसी झगड़े का नहीं, बल्कि “बदनामी के डर” में रची गई साजिश थी। फिलहाल आरोपी सलाखों के पीछे है, लेकिन यह वारदात कई सवाल छोड़ गई है—क्या रिश्तों से भागना इतना आसान है कि किसी की जिंदगी छीन ली जाए?





